Sanskrit is believed to be a logical and spiritual language. It is also called as devbhasha (language of God).
तुंगा नदी के तट पर मत्तुर / माथुर ग्राम ( कर्नाटक राज्य, भारत, सामान्य भाषा कन्नड़ ) में बोलचाल के लिये संस्कृत का उपयोग किया जाता है. एक और अद्भुत बात है, जिन प्राचीन ग्रंथो को आज़ हम भूल रहे हैं. उन्हे यहाँ के पारम्परिक विध्यालय में पढाते है. इस गांवों में हर घर में इंजिनियर हैं. मान्यता है संस्कृत देव भाषा है और इस के अध्ययन से आध्यात्मिकता और तार्किकता बढती है.
तब क्या संस्कृत को एक मृत भाषा कहना भ्रामक नहीं है?
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